About the Book
प्रेम व करुणा जीवन की विलासिता नहीं, बल्कि अपरिहार्य अंग हैं I
इनके आभाव में मानवता जीवित नहीं रह सकती I
- परम पूज्य १४ वें दलाई लामा
वर्तमान लामा, तेनज़िन ग्यात्सो ने विश्व भर में भ्रमण कर दिया व आत्मिक उन्नति के अपने संदेश को फैलाया है I
प्रस्तुत पुस्तक में दलाई लामा के उद्धहरणों, लेखों, व्यख्यानों, व लिखित सामग्री से लिए गए अंशों को बेहद स्पष्ट व शालीन तरीके से दर्शाया गया है I वे इस पुस्तक में प्रेम, सफलता, प्रसन्नता और जीवन के अर्थ जैसे विषयों पर चर्चा कर रहे हैं I
परम पूज्य के प्रेरणादायी शब्दों से पूर्ण यह पुस्तक समझने में बहुत आसान व अपने मित्रों और करीबी लोगों में निश्चय ही वितरित करने योग्य है I