About the Book
अक्टूबर 1967 : मसूरी के होटल रॉयल में वार्षिक पुष्प-प्रदर्शनी का आयोजन हो रहा था और मिस रिप्ली-बीन, दाँत के दर्द के बावजूद उस प्रदर्शनी में हर कीमत पर जाना छाती थीं.
मिस रिप्ली-बीन, होटल रॉयल (जो स्वतंत्रता से पहले पिता का था) के पुराने हिस्से में बने दो कमरों में रहती थीं. वहां से कुछ दूरी पर बर्फ़ से ढके पहाड़ दिखाई देते थे और नज़दीक ही एक सुअरख़ना था.
चाय के साथ सैंडविच तथा पनीर पकोड़े परोसे जा चुके थे और पुरस्कार-वितरण कार्यक्रम चल रहा था. तभी कर्नल बक्शी घबराये हुए भीतर आये.
'श्रीमती बसु को कुछ हो गया है,' उन्होंने कहा I 'वे बहार फुलवारी में गिरी पड़ी हैं. मुझे लगता है वे मर चुकी हैं...'