About the Book
नये विचार होना एक बात है, और उन्हें पूरा करना अलग बात है। अपनी पीढ़ी के सबसे उत्तेजक अग्रणी विचारकों में से एक एडम ग्रांट, बताते हैं कि कैसे लोग अच्छे विचारों को पहचान सकते हैं और मौन के बजाय अपनी आवाज को बुलंद कर सकते हैं, अभिभावक कैसे बच्चों को रचनात्मक बना सकते हैं और नेतृत्वकर्ता कैसे भेड़चाल से लड़ते हुए नये विचारों, नई खोज को प्रोत्साहित करने वाली संस्कृति को विकसित कर सकते हैं।
उल्लेखनीय अध्ययनों और कारोबार, राजनीति, खेल और मनोरंजन की दुनिया से जुड़ी कहानियों का इस्तेमाल करके ग्रांट बताते हैं कि आश्चर्यजनक सच्चाई यह है कि निराले विचार रखने वाले लोग ठीक हमारी तरह ही होते हैं। वह भी कामों को टालते हैं। संदेह और भय से वह भी जूझते हैं। उन्हें भी बुरे और ग़लत विचार आते हैं। जो बात उन्हें आम व्यक्ति से अलग बनाती है वह यह है कि वह फिर भी कदम उठाकर आगे बढ़ते हैं। यह किताब हमें अनूठी अंतरंग जानकारी देती है कि हम सब कैसे अपने सर्वश्रेष्ठ विचारों पर महारत हासिल करके सफल बन सकते हैं।
“यह अद्भुत, बेहद मनोरंजक किताब बदलाव के इस युग पर नई रोशनी डालती है। सफलताओं की कहानियों के मिथक का पर्दाफाश करके, प्रक्रिया की पुरानी धारणाओं को चुनौती देकर और भारी बदलाव के कारकों में समानताओं को खोजकर, एडम ग्रांट हमें न केवल दुनिया में हमारी जगह का नया नज़रिया देते हैं, बल्कि उसे पूरी तरह से प्रभावित करने की हमारी क्षमता की भी जानकारी देते हैं।”
- जे.जे अब्राम्स, स्टार वॉर्स : द फ़ोर्स अवेकन्स के निर्देशक, लॉस्ट के सह-रचनाकार और कार्यकारी निर्माता, बैड रोबोट के सह-संस्थापक
“ओरिजिनल्स मेरे द्वारा आज तक पढ़ी गई सबसे महत्वपूर्ण और दिलकश किताबों में से एक है। यह हैरतअंगेज़ और दमदार विचारों से भरपूर है। यह न केवल दुनिया को देखने का आपका नज़रिया बदल देगी, बल्कि संभव है कि यह आपके जीने के तरी़के को बदल डाले। और यह निश्चित तौर पर आपको दुनिया को बदलने के लिए प्रेरित करेगी।”
- शेरिल सैंडबर्ग, मुख्य कार्यकारी अधिकारी - फ़ेसबुक, लीन इन की लेखिका