About the Book
चुनाव है बदलाव का
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018
मध्यप्रदेश लोकसभा चुनाव 2019
पंद्रह वर्षों से वनवास के आबाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में वापसी आसान नहीं थी। इस दौरान न तो कांग्रेस विधानसभा में दमदारी से थी और न ही सड़कों पर असरदार तरीके से दिख रही थी। फिर ऐसा क्या हुआ कि चुनाव जीतने कि मशीन बन चुकी बीजेपी और हर वक़्त चुनावी रंग वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के होते हुए भी बीजेपी के हाथ से देखते ही देखते सत्ता फिसल गयी!
बीजेपी को वोट तो कांग्रेस से ज़्यादा मिले मगर सीटें काम क्यों हो गयीं? और जब शिवराज ने बीच चुनाव में पार्टी कि पातलो हालत देख कुछ नए फ़ैसले लेने चाहे तो उनको किसने रोका? सुबह से लेकर देर रात तक सभाएं करने वाले शिवराज सिंह के सामने नपा-तुला प्रचार करने वाले कमलनाथ कैसे आगे निकले, ज्योतिरादित्य सिंधिया कैसे अपने इलाके के बड़े नेता बनकर उभरे और दिग्विजय सिंह कि संगत में पंगत ने कांग्रेस कि जीत में क्या भूमिका निभायी, ग्वालियर चंबल में बीजेपी तो विंध्य प्रदेश में कांग्रेस क्यों साफ़ हुई, बीजेपी के तेरह मंत्री तो कांग्रेस के दिग्गज नेता क्यों हार गए - इन सारे सवालों के जवाब आपको इस किताब में मिलेंगे ।