About the Book
अपने जीवन की, रिश्ते-नाते, व्यवसाय, सम्पत्ति और स्वास्थ्य सम्बन्धी विविध ज़रूरतों को पूरा करते-करते हम बहुधा खालीपन व अपने वास्तविक स्व से पृथक होने की भावना को महसूस करते हैं। क्या एक ग्रह का अनेक सूर्यों की परिक्रमा कर पाना सम्भव है? हमारे अपने जीवन में अनेक केन्द्र होते हैं, फिर भी हमारा असली केन्द्र कहाँ है - वह गहनतम केन्द्र जो हर हृदय के मूल में विद्यमान है? भारत की अनन्तकालीन मौखिक परम्परा को कायम रखते हुए कमलेश डी. पटेल - जिन्हें दाजी के नाम से जाना जाता है, और जो हार्टफुलनेस वंशावली के चौथे गुरु हैं - वे आध्यात्मिक खोज की प्रकृति का अध्ययन करते हुए एक जिज्ञासु की यात्रा का वर्णन करते हैं। एक शिक्षक और शिष्य के बीच हुए ज्ञानवर्धक वार्तालाप की श्रंखला द्वारा दाजी, हार्टफुलनेस अभ्यास के सिद्धान्तों एवं दर्शन का खुलासा जोशुआ पोलॉक के समक्ष करते हैं, जो एक हार्टफुलनेस अभ्यासी व प्रशिक्षक हैं। प्रार्थना व यौगिक प्राणाहुति के सार पर चिन्तन करने से लेकर व्यावहारिक सुझावों द्वारा ध्यान की प्रक्रिया का रहस्योद्घाटन करने तक, यह पुस्तक हमें अपनी संवेदी सीमितताओं के परे जाने में और अपने अन्दर एकात्मकता पाने में सक्षम बनाएगी। हार्टफुलनेस का अभ्यास करना, रूप के परे सारतत्व को खोजना है और रीति-रिवाजों के पीछे छुपी वास्तविकता को जानना है। यह अपने हृदय के मूल में स्वयं को केन्द्रित कर वहाँ सत्य और सन्तोष को प्राप्त करना है।
About the Author(s)
कमलेश डी. पटेल व्यापक रूप से दाजी के नाम से जाने जाते हैं। उनकी शिक्षाएँ उनके निजी अनुभवों से प्रेरित हैं, जो उन्हें हार्टफुलनेस के मार्ग पर बढ़ते हुए अपनी गहन जिज्ञासु प्रवृत्ति के और विश्व की महान आध्यात्मिक परम्पराओं एवं वैज्ञानिक उन्नति के प्रति आदर भाव के फलस्वरूप प्राप्त हुए। आध्यात्मिक गुरुओं की एक सदी पुरानी वंशावली के उत्तराधिकारी मनोनीत किये जाने से पूर्व, दाजी ने न्यूयॉर्क शहर में तीन दशक से ज्यादा समय तक फ़ार्मेसी के क्षेत्र में व्यवसाय किया। एक आधुनिक समय के गुरु की अनेक ज़िम्मेदारियों को निभाते हुए, वे व्यापक रूप से यात्रा करते हैं और सभी जगह के आध्यात्मिक जिज्ञासुओं को अपना सहयोग देते हैं। आध्यात्मिकता के स्व-घोषित शिक्षार्थी के रूप में वे अपने समय व कार्य-शक्ति को चेतना व आध्यात्मिकता के क्षेत्र में शोध करने में लगाते हैं, जिसे वे वैज्ञानिक तरीके से देखते हैं - एक व्यावहारिक तरीका, जो इस क्षेत्र में उनके अपने अनुभव और प्रभुत्व से प्रेरित है। जोशुआ पोलॉक संयुक्त राष्ट्र अमेरिका से हैं और हार्टफुलनेस के अभ्यासी एवं प्रशिक्षक हैं। एक निपुण पाश्चात्य शास्त्रीय वायलिन वादक के रूप में उन्होंने विश्वभर में वायलिन की शिक्षा प्रदान की है और अपनी कला का प्रदर्शन किया है, जिसमें संगीतकार ए.आर. रहमान के साथ किये गये अनेक सहकार्य भी शामिल हैं। पोलॉक एक समर्पित आध्यात्मिक आकांक्षी हैं और ध्यान के प्रति अपने इस जुनून को लोगों के साथ साझा करने के लिए उत्साहित रहते हैं। वे अक्सर गैर-सरकारी संगोष्ठियों में वार्ताएँ देते हैं और कॉर्पोरेट कार्यालयों, शैक्षिक व सरकारी संस्थाओं में ध्यान का प्रायोगिक प्रदर्शन करते हैं और स्थानीय जिज्ञासुओं को लगातार व्यक्तिगत सहयोग देते हैं। पोलॉक को इंडिआना यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ़ म्यूज़िकल आर्ट्स की डिग्री और लंदन के गिल्डहॉल स्कूल ऑफ़ म्यूज़िक एंड ड्रामा से दो स्नातकोत्तर डिग्रियाँ प्राप्त हैं।