About the Book
हितोपदेश का अर्थ है हितकारी उपदेश।
हमारे हित-अहित की पहचान करा कर जीवन में सफलता के उपायों की जानकारी देने वाली प्राचीन कहानियों का संकलन है हितोपदेश। इसकी कहानियाँ सदाचार, राजनीति और व्यावहारिक ज्ञान से युक्त हैं। हितोपदेश भारतीय जन-मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं जो अत्यन्त सरल व सुग्राह्य हैं। विभिन्न पशु-पक्षियों पर आधारित कहानियाँ इसकी खास विशेषता है तथा रचयिता ने इनके माध्यम से कथाशिल्प की रचना की है, जिसकी समाप्ति किसी शिक्षाप्रद बात से ही हुई है। इन कथाओं में पशुओं को नीति की बातें करते हुए दर्शाया गया है।
इस ग्रंथ की रचना करके आचार्य विष्णु शर्मा ने पाटलिपुत्र के तीनों अल्पज्ञानी राजकुमारों को मात्र छह माह में ही राजनीति और व्यावहारिक ज्ञान में निपुण बना दिया था।