About the Book
अपनी फ़िल्मों में नारी की एक सशक्त छवि पेश करने वाला भावनात्मक और संवेदनशील लेखक कमाल अमरोही क्या प्रत्यक्ष जीवन में इतना कठोर और निर्दयी भी हो सकता है? क्या मीना कुमारी जैसी स्तरीय अभिनेत्री अपने पति का इतना कठोर शासन चुपचाप बर्दाश्त कर सकती हैं?
अमरोही और मीना कुमारी को निकट से जानने वालों, उनके पत्रों और डायरियों द्वारा उनके बीच के संबंधों को इस पुस्तक के माध्यम से एक सूत्र में पिरोने की कोशिश की गई है।
अमरोही-मीना कुमारी के संबंधों का पक्ष जानकर उसे ज्यों का त्यों पाठकों के समक्ष रख दिया गया है। संभव है, उनके जीवन में इन सबसे अलग और भी कुछ घटा हो, पर सच और झूठ पर से पर्दा उठाने वाले वे दोनों ही इस दुनिया में अब नहीं हैं, इसलिए यह कार्य लेखक के लिए और भी चुनौती भरा था।