About the Book
‘समीकरण-अपने अपने’ कहानी संग्रह की कहानियाँ आम जिंदगी से जुड़ी वस्तुस्थिति को सामने रखते हुये उस स्थिति से बाहर निकलने के रास्ते सुझाती हैं। अपने आसपास से गहरा जुड़ाव रख हर व्यक्ति कहीं ना कहीं जूझ रहा होता है और जय-पराजय की चिंता किये बिना अनवरत् लड़कर विजयी होता है।
मानव तथा मानवीयता की अनुभूतियों को ग्रहण कर इन कथानकों के पात्र स्वत: ही जीवन में बदलाव का प्रयास करते हैं एवं वर्तमान सामाजिक व्यवस्था के दृष्टिभाव को उजागर कर स्वस्थ व संवेदनशील समाज के निर्माण की भावना रख अपने जीवन के समीरकरण अपने-अपने नजरिये से स्वयं हल करते हैं।