About the Book
सजनी : एक टूटे हुए ख्वाब के टुकड़े , प्रेम जी की लघु कथाओं का संकलन है
सजनी एक इंसान की कहानी है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए लगातार कोशिशें करता है
वो दिलोजान से अपनी ज़िन्दगी के लिए जद्दोजहद करता है, पर उसे हासिल नहीं कर पाता
वो अपनी किस्मत को कोसता है
वो खुद पर हँसता है, पर अपने सपनों को छोड़कर आगे नहीं बढ़ पाता
वो भटकता रहता है क्योंकि यही उसकी फितरत है
ऐसा इंसान जो रास्तों की ख़ाक को ही अपना मुकद्दर मान कर चलता है... वो ही तो 'आवारा' कहलाता है