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उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में स्थित गोरक्षनाथ मंदिर में गोरक्षनाथ की मूर्ति की स्थापना की गयी है. यह स्थान श्री गोरक्षनाथ की दिव्या तपस्या का स्थान है. अतः नाथसम्प्रदाय के लिए यह आत्यंतिक प्रेरणादायी तथा तेजोमय ऊर्जा प्रदान करनेवाला तीर्थस्थान सिद्ध हो गया है.
त्रेतायुग में भगवान् शिव ने ही गोरक्षनाथ के रूप में प्रकट हो कर 'शिवगोरक्ष' इ नाम से प्रज्वलित की अखंडित धूनी का दर्शन इसी स्थान पर हम आज भी कर सकते हैं.
इस मंदिर में आज भी जनजागरण, प्रबोधन तथा जनसेवा का कार्य संपन्न होता है जो किनाथ संप्रदाय का उद्देश्य रहा है.