Smritiyon Mein Tum (Hindi)

Smritiyon Mein Tum (Hindi)

Author : Sushma Jadon

Out of stock Notify Me
Rs. 199.00
Classification Memoir
Pub Date 25th October 2023
Imprint Sarvatra (An Imprint of Manjul Publishing House)
Page Extent 178
Binding Paperback
Language Hindi
ISBN 9789355439406
Out of stock Notify Me
Rs. 199.00
(inclusive all taxes)
About the Book

दिन उदास सा है। मन भीगा सा, साँसें मुरझाई और घर तुम्हारी पेंटिंग से जीता हुआ। तुम टी.वी. के बगल में मुस्कुरा रही हो। वही, पतंग वाली फोटो है पिछली संक्रांति की। अभी भी गुडमॉर्निंग करती हूँ। तुम्हारी पेंटिंग को, तुम्हारी रचनाशीलता को, तुम्हारी जिजीविषा को, तुम्हारी उम्मीद को, आशा और कोमल मन को दुनिया तक पहुँचाना चाहती हूँ। पर न मैं सेलिब्रिटी हूँ और न तुम। कोई क्यों पढ़ेगा हमारी कहानी ? एक आम माँ-बेटी की कहानी ! पर मैं भले ही विशिष्ट नहीं हूँ, तुम हो। तुम एक माँ की राजकुमारी हो। पिता के दिल का टुकड़ा हो। यह असमय अवसान पटाक्षेप नहीं है। यह मेरे जीवन की यात्रा का एक ध्येय है कि कैसे जीवन जिया जाता है, जिसे तुमने इन रंगों में भर दिया है। तुम्हारी स्मृति के कक्ष में यही एक आशा का दीपक है जिसे मैं कभी बुझने नहीं दूँगी। तुम जियो। हमारी कलम में, हमारी अनुभूतियों में, हमारी भावनाओं में। तुम अपनी यादों के सहारे हमें जीवन का संबल देती रहना। अपनी भोली मुस्कुराहट और मासूम सी आकांक्षाओं के बीच तुम्हारी रंगों की इस बहती नदी को हम अपनों तक अवश्य पहुँचाएँगे। यही सपना एक माँ के जीने का संबल है।

About the Author(s)

सुषमा जादौन का जन्म मध्य प्रदेश के भिण्ड कस्बे में हुआ। बचपन से ही रचनात्मक अभिरुचि के कारण बाल-साहित्य
लेखन। मंचीय कवयित्री के रूप में लोकप्रियता व पहचान मिली और 'मासूम' उपनाम भी। इसी नाम से यू-ट्यूब चैनल शुरू किया। 1987 में एम.ए. हिन्दी में सर्वोच्च अंक लाने पर जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा पं. शिवनाथ उपाध्याय स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। साहित्यिक, सुदीर्घ योगदान के लिए करवट कला परिषद ने 'हिन्दी आस्था सम्मान' और प्रशस्ति पत्र देकर मान बढ़ाया। राग भोपाली, साप्ताहिक हिन्दुस्तान, कादम्बिनी और साक्षात्कार जैसी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित ।
दुष्यंत कुमार की ग़ज़लों पर शोध कार्य करने पर पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त हुई। यू.जी.सी. द्वारा दिए गए अनुदान से 'संत काव्य' और 'पारिभाषिक शब्दावली' पर परियोजनाएँ पूर्ण की। आजकल भोपाल के प्रतिष्ठित शासकीय महाविद्यालय में हिन्दी प्राध्यापक के पद पर कार्यरत ।
सुषमा जादौन का पहला काव्य संग्रह 'मैं पत्थर नहीं होना चाहती' सर्वत्र प्रकाशन, भोपाल से प्रकाशित हुआ है। यह संस्मरण डायरी, उनकी दूसरी प्रकाशित कृति है।

[profiler]
Memory usage: real: 20971520, emalloc: 18443576
Code ProfilerTimeCntEmallocRealMem