About the Book
पूछे कोई काश नदी!
क्यों हो बहुत उदास नदी?
मौन समर्पण सिंधु-सलिल पर,
फिर ये कैसी प्यास नदी?
रेत नहीं तन, तेरा कण कण,
सदियों का विश्वास नदी!
तन पर लिखी इबारत धुँधली,
गया कहाँ, उल्लास नदी?
बह ली बहुत, तनिक रुको अब,
खुद में भरो उजास नदी।
About the Author(s)
सुषमा जादौन का जन्म मध्य प्रदेश के भिण्ड कस्बे में हुआ। बचपन से ही रचनात्मक अभिरुचि के कारण बाल-साहित्य लेखन। मंचीय कवयित्री के रूप में लोकप्रियता व पहचान मिली और ‘मासूम’ उपनाम भी। इसी नाम से यू-ट्यूब चैनल शुरू किया। 1987 में एम.ए. हिन्दी में सर्वोच्च अंक लाने पर जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा पं. शिवनाथ उपाध्याय स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। साहित्यिक, सुदीर्घ योगदान के लिए करवट कला परिषद ने ‘हिन्दी आस्था सम्मान’ और प्रशस्ति पत्र देकर मान बढ़ाया। राग भोपाली, साप्ताहिक हिन्दुस्तान, कादम्बिनी और साक्षात्कार जैसी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित।
दुष्यंत कुमार की ग़ज़लों पर शोध कार्य करने पर पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त हुई। यू.जी.सी. द्वारा दिए गए अनुदान से ‘संत काव्य’ और ‘पारिभाषिक शब्दावली’ पर परियोजनाएँ पूर्ण की। आजकल भोपाल के प्रतिष्ठित शासकीय महाविद्यालय में हिन्दी प्राध्यापक के पद पर कार्यरत।
यह प्रथम प्रकाशित काव्य संग्रह।